Dard Bhari Bewafa Shayari represents the intricate dance between love and betrayal, capturing the essence of human vulnerability. Such verses resonate with anyone who has ever felt the sting of unfaithfulness or the weight of unreciprocated affection.
This article will guide you through the landscape of poignant shayari, revealing its importance in expressing grief and offering comfort to those navigating the turbulent waters of broken trust and lost love.
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Bewafa Shayari
No.1
अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो इसे मौत न समझना
अक्सर ऐसा हुआ है तुझे याद करते करते !!
No.2
दिल भी तोड़ा तो सलीके से न तोड़ा तुमने
बेवफाई के भी अदब हुआ करते है !!
No.3
जिसमें कई राज दफन हैं एक ऐसा कब्रिस्तान हूं मैं
मेरी शायरी पर यकीं कर एक बेवफा इंसान हूं मैं !!
No.4
में खुश हूँ कि तेरी नफ़रतों का अकेला वारिस हूँ
वरना मोहब्बत तो तुझे बहुत से लोग करते है !!
No.5
हम दुखी थे उनकी बेवफाई से
पर वो खुश थे हमारी जुदाई से !!
Bewafa Shayari Hindi

No.6
मत पूछो शीशे से उसके टूटने की वजह
उसने भी मेरी तरह किसी पत्थर को अपना समझा होगा !!
No.7
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न वाले से हमने
हसीन जिसकी जीतनी अदा है वो उतना ही बेवफा !!
No.8
दिल भर गया हो तो मना करने में डर कैसा
मोहब्बत में बेवफाओं पर मुकदमा कहां होता है !!
No.9
जिनसे थे मेरे नैन मिले बन गए थे जिंदगी के सिलसिले
इतना प्यार करने के बाद भी सनम मेरा बेवफा निकले !!
No.10
ये इश्क भी क्या चीज़ है एक वो है जो धोखा
दिए जाते हैं और एक हम है मौका दिए जाते हैं !!
Bewafa Dard Bhari Shayari
No.11
हर भूल तेरी माफ़ की हर खता को तेरी भुला दिया
गम है की मेरे प्यार का तूने बेवफा बनके सिला दिया !!
No.12
तू क्यों रोता है मेरे दिल उसे तेरी कोई फिक्र नहीं
उसकी जिंदगी के पन्नों में अब तेरा कोई जिक्र नहीं !!
No.13
संग-ए-मरमर से तराशा खुदा ने तेरे बदन को
बाकी जो पत्थर बचा उससे तेरा दिल बना दिया !!
No.14
वो जान गया हमें दर्द में भी मुस्कुराने की आदत है
इसलिए वो रोज़ नया दुःख देता है मेरी ख़ुशी के लिए !!
No.15
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा
जिन्हें दावा था वफ़ा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा !!
Bewafa Poetry

No.16
तेरी चाहत में रुसवा यूँ सरे बाजार हो गए
हमने ही दिल खोया और हम ही गुनेहगार हो गए !!
No.17
उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा
दुआ कबूल ना हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है !!
No.18
क्यों तुमने जिद करी मेरी जिंदगी में आने की
जब हिम्मत ही नहीं थी साथ निभाने की !!
No.19
करेगा जमाना भी हमारी कदर एक दिन
देख लेना बस जरा वफ़ा की बुरी आदत छुट जाने दो !!
No.20
याद हँ मुझे मेरे सारे गुनाह एक मोहब्बत करली
दूसरा तुमसे कर ली तीसरा बेपनह कर ली !!
Bewafa Dost Shayari
No.21
बेवफा़ यार को भी सीने से लगा रखा है
हम जैसो ने मोहब्बत को सर चड्ढा रखा है !!
No.22
मेरे बुरे समय में कुछ दोस्त मेरी कमिया गिना रहे हैं
होकर मतबी वे दुसरो से दोस्ती निभा रहे हैं !!
No.23
इस जहां में कोई नहीं बचा ऐतबार के काबिल
दोस्त धोखा दे जाते हैं अब तो झूठे प्यार के खातिर !!
No.24
जब दोस्त ही शमील हो दुश्मन की चाल में
तब शेर भी उलझ जाता है बकरी के जाल में !!
No.25
इस दिल के हाथों होकर मजबूर मौका दे देते हैं
दिल में रहने वाले दोस्त तभी तो धोखा देते हैं !!
No.26
दिन का क्या है दिन तो सबका ही ढलेगा
धोखा देने वाली धोखा तुझे भी मिलेगा !!
No.27
कोई नही निभाता वफ़ा ऐ रस्म
सब धोखा देते है ख़ुदा की कसम !!
No.28
मैं उसकी ज़िंदगी से चला जाऊं यह उसकी दुआ थी
और उसकी हर दुआ पूरी हो यह मेरी दुआ थी !!
No.29
मोहब्बत भी होती है तो ज़रुरत के पेश-ए-नज़र
अब एक नज़र में लुट जाने का ज़माना नहीं रहा !!
No.30
छोड दी हमने हमेशा के लिए उसकी आरजू करना
जिसे मोहब्बत की कद्र ना हो उसे दुआओ मे क्या मांगना !!
दर्द भरी बेवफा शायरी इन हिंदी

No.31
आजकल कुछ ऐसे दर्द देती है बेवफा की याद
सो जाऊं तो जगा देती है और जाग जाऊं तो रुला देती है !!
No.32
गम ही गम है जिंदगी में ख़ुशी मुझे रास नहीं
मोहब्बत उसीसे से हुई जिससे मिलने की कोई आस नहीं !!
No.33
तूने हमें अपना समझा नहीं कभी भी
बेवफा तुझे याद करना छोड़ा नहीं अभी भी !!
No.34
वो बेवफा है तो क्या मत कहो बुरा उसको
की जो हुआ सो हुआ खुश रखे खुदा उसको !!
No.35
मजबूरिया थी उनकी और जुदा हम हुए
तब भी कहते है वो कि बेवफ़ा हम हुए !!
लड़कियों के लिए बेवफा शायरी
No.36
यू बदलने का अंदाज जरा हमें भी सिखा दो
जैसे हो गए हो तुम बेवफा वैसे हमें भी बना दो !!
No.37
तुम क्या जानो बेवफाई की हद ऐ दोस्त
वो हमसे इश्क सीखता रहा किसी और के लिए !!
No.38
हमसे न करिए बातें यूँ बेरुखी से सनम
होने लगे हो कुछ-कुछ बेवफा से तुम !!
No.39
तू भी आईने की तरह बेवफा निकली
जो भी सामने आया बस उसी की हो गई !!
No.40
हम इश्क़ में वफ़ा करते करते बेहाल हो गए
और वो बेवफाई करके भी खुशहाल हो गए !!
Dard Bhari Bewafa Shayari
No.41
वो मिली भी तो क्या मिली बन के बेवफा मिली
`इतने तो मेरे गुनाह ना थे जितनी मुझे सजा मिली !!
No.42
गुमान न कर अपनी खुश-नसीबी का
खुदा ने गर चाहा तो तुझे भी इश्क होगा !!
No.43
तेरी बेवफाई ने हमारा ये हाल कर दिया
हम नहीं रोते लोग हमें देख कर रोते है !!
No.44
रो पडा वो फ़क़ीर भी मेरी हाथो की लकीर देखकर
बोला तुझे मौत नहीं किसी की याद मारेगी !!
No.45
अब अपने ज़ख़्म दिखाऊँ किसे और किसे नहीं
बेगाने समझते नहीं और अपनो को दिखते नहीं !!
Sad Bewafa Shayari
No.46
फोन में नंबर सेव है मगर बात नहीं होती
तुझे याद ना करू ऐसी कोई रात नहीं होती !!
No.47
दिल हजार बार चीखे उसे चिल्लाने दीजिए
जो आपका नहीं हो सकता उसे जाने दीजिए !!
No.48
उसकी बेवफाई का जहर मुझमे कुछ इस तरह भर गया
कल एक सांप ने मुझे काटा और काटते ही मर गया !!
No.49
खुदा ने पूछा क्या सजा दूँ उस बेवफा को
दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी !!
No.50
जब तक ना लगे बेवफाई की ठोकर
हर कीसी को अपनी पसंद पे नाझ होता है !
शायरी बेवफा इन हिंदी
इस दुनिया में मोहब्बत काश न होती,
तो सफर ऐ-ज़िन्दगी में मिठास न होती,
अगर मिलती बेवफा को सजाए मौत,
तो दीवानों की कब्रे यूँ उदास न होती।
वो मिली भी तो क्या मिली बन के बेवफा मिली,
इतने तो मेरे गुनाह ना थे जितनी मुझे सजा मिली।
बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले,
बेवफाई करो तो रोते हैं और वफा करो तो रुलाते हैं।
तेरी जुदाई का शिकवा करूं भी
तो किससे करूं,
यहाँ तो हर कोई अब भी मुझे
तेरा समझता है।
एक उम्र तक मैं जिसकी
जरूरत बना रहा,
फिर यूँ हुआ की उसकी
जरुरत बदल गई।
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बेवफा शायरी दिल टूटने वाली
हमें तो कब से पता था
की तू बेवफ़ा है !
तुझे चाहा इसलिए कि शायद
तेरी फितरत बदल जाए।
प्यार किसी से जो करोगे रुसवाई ही मिलेगी
वफा कर लो चाहे जितनी बेवफाई ही मिलेगी
जितना मर्जी किसी को अपना बना लो,
जब आँख खुलेगी तन्हाई ही मिलेगी।
फर्ज़ था जो मेरा निभा दिया मैने
उसने मांगा जो वो सब दे दिया मैने
वो सुनके गैरों की बातें बेवफ़ा हो गई
समझ के ख्वाब आखिर उसको भुला दिया मैने।
रब किसी को किसी पर फिदा न करे,
करे तो कयामत तक जुदा न करे,
ये माना की कोई मरता नही जुदाई में,
लेकिन जी भी तो नही पता तन्हाई में।
मजा चख लेने दो उसे
गैरों की मोहब्बत का भी,
इतनी चाहत के बाद जो मेरा न
हुआ वो औरों का क्या होगा।
खतरनाक बेवफाई शायरी
जीने की ख्वाहिश में हर रोज मरते हैं,
वो आए या ना आए हम इंतजार करते हैं,
झूठा ही सही मेरे यार का वादा,
हम सच मान कर ऐतबार करते हैं।
कोई ऐसा न मिला जिस पर
दुनिया लुटा देते,
सबने धोखा दिया किस किस को
भुला देते ॥
जिसकी मोहब्बत में मरने को भी
राजी थे हम,
आज उसकी बेवफाई ने हमें
जीना सिखा दिया।
वो कहता है.. कि मजबूरियां हैं
बहुत…
साफ लफ्जों में खुद को बेवफा
नही कहता।
ये मोहब्बत के हादसे अक्सर
दिलों को तोड़ देते हैं,
आप मंजिल की बात करते हो
लोग राहों में छोड़ देते हैं।
Conclusion
Dard Bhari Bewafa Shayari serves as a poignant expression of the pain and heartbreak that often accompany betrayal in relationships. These verses capture the depth of emotions that individuals experience when trust is broken, offering solace to those who can relate.
The rich use of language and imagery in these shayaris not only evokes feelings of sadness but also provides a therapeutic outlet for the heartbroken. By exploring these heartfelt lines, readers can find comfort and perhaps even inspiration to heal and move forward.