Best Dhokebaaz Shayari 2025: Bewafai Ki Kahani
Dhokebaaz Shayari serves as a powerful reminder of the emotional turmoil caused by betrayal, resonating with those who have faced deceit in their lives. In a world where honesty is often compromised, these poetic expressions shine a light on the raw feelings associated with treachery.
This article promises to take you on a journey through poignant verses that reveal both the pain and beauty of being deceived.
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Dhoka Shayari
याद है मुझे हमारी प्यार की कहानी,
तेरी बेवफाई का दर्द और मेरी आंखों का पानी !
धोका था निगाहों का मगर ख़ूब था धोका
मुझ को तिरी नज़रों में मोहब्बत नज़र आई
कौन है इस जहाँ मे जिसे धोखा नहीं मिला,
शायद वही है ईमानदार जिसे मौक़ा नहीं मिला !
हारा हुआ सा लगता है वजूद मेरा,
हर एक ने लूटा है दिल का वास्ता देकर !
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परिवार से धोखा शायरी

वो ज़हर देता तो सब की निगह में आ जाता
सो ये किया कि मुझे वक़्त पे दवाएँ न दीं !
जो लोग अभी तक नाम वफ़ा का लेते हैं
वो जान के धोके खाते, धोके देते हैं
धोका तूने ऐसा दिया मेरी जिंदगी में
हर मकसद मुझसे छीन लिया !
धोखा बहुत मिल गया है,
अब मुझे मौके की तलाश है !
वो झूठ बोल रहा था बड़े सलीक़े से
मैं एतिबार न करता तो और क्या करता
धोखेबाज शायरी दो लाइन
पल भर में तोड़ दिया हर रिश्ता,
झूठे वादों का कैसा था नशा।
पीठ पीछे वार किया तुमने,
ऐ धोखेबाज़, क्या यही थी वफ़ा?
ज़ख्म दिए ऐसे गहरे, जो कभी भर न पाएँगे,
धोखे की ये कहानी हम, किसी को न बता पाएँगे।
तेरी बेवफ़ाई ने सिखाया सबक,
अब हर रिश्ते में रहेंगे हम बेफिकर।
तूने खोया, मैंने पाया तजुर्बा,
धोखेबाज़, तेरा क्या होगा अंजाम अब?
कभी सोचा न था तुमसे धोखा मिलेगा,
ख्वाबों की दुनिया यूं उजड़ जाएगी।
वक़्त ने सब सिखा दिया हमें,
अब किसी पे भरोसा ना किया जाएगा।
धोखा देकर खुश हो गए जो लोग,
उनकी खुशी भी एक दिन रो पड़ेगी।
सच्चाई जब सामने आएगी,
तो ज़मीर उनकी नींदें तोड़ देगी।
धोखा देने वाली शायरी

नशा शराब का हो या मोहब्बत का
जब यह उतरेगा तो तुम बर्बाद हो चुके होंगे..!!
तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है
बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है !
सारे राज़ समझो लो लेकिन ख़ुद क्यूँ उन को लब पर लाओ
धोका देने वाला रो दे ऐसी शान से धोका खाओ
क्या मिले तुझे मुझसे बेवफाई करके
अच्छे खासे रिश्ते की कबर खोद दी तुमने..!!
वो आफ़ताब लाने का देकर हमें फ़रेब
हमसे हमारी रात के जुगनू भी ले गया
धोखेबाज शायरी
तू तो निकला धोखेबाज़,
तेरी हर बात थी सिर्फ एक राज।
झूठ की बुनियाद पर खड़ा था रिश्ता,
अब टूटा तो हुआ मुझे अंदाज़।
यार था, मगर यारी ना थी,
बातें तो थीं पर सच्चाई ना थी।
धोखा देकर चला गया जब वो,
तब समझ आया असली दोस्ती क्या थी।
साथ बैठकर खाता था जो,
आज दुश्मन से भी बुरा निकला वो।
ऐसे धोखेबाज़ दोस्तों से,
अकेलापन ही अब भला लगने लगा है।
दोस्ती में धोखा दिया तूने,
अब फिर किसी पे यकीन नहीं होता।
जिसे दिल से निभाया हमने,
उसी ने जहर घोल दिया रिश्ता तोड़ता।
Bewafa Dhokebaaz Shayari
तेरे जैसे यार से अच्छा तन्हा रहना,
धोखा देना था तो दोस्ती क्यों निभाना?
हमने तो समझा था तुझमें खुदा बसता है,
मगर तू तो खुद धोखेबाज़ निकला ना!
झूठ और धोखे का साथ निभाया,
तूने प्यार का बस दिखावा ही दिखाया।
हम तो तेरे लिए जान देने को थे,
तूने दिल में खंजर घोंपा और मुस्कराया।
जिसे सच्चा समझा वो झूठा निकला,
जिसे अपना माना वो पराया निकला।
धोखा खा कर अब इतना सीखा है,
कि हर मुस्कुराता चेहरा वफ़ा वाला नहीं होता।
दिल तोड़ कर चला गया,
अपनी मुस्कान वहीं छोड़ गया।
धोखा देने वाले को क्या पता,
किसी का प्यार कितना गहरा था।
पल भर का साथ था, धोखा लाजवाब था,
जिसे समझा हमसफ़र वो तो बस एक नकाब था।
ऐसी दुनिया में किसे दोस्त कहें अब,
जहां धोखे की ही चाल सबसे ख़ास थी।
हमने जिसे चाहा उसने धोखा दिया,
हर लफ़्ज़ को झूठ का जामा पहनाया।
अब किसी पे ऐतबार ना करेंगे,
दिल के जख्मों ने ये सबक सिखाया।
Dhokebaaz Ladki Shayari
हंसती आँखों में छुपा था एक राज़
तेरे धोखे ने दिया दिल को ताज..!!!
एहसास तब हुआ हमें उनके धोखे का
जब हम उनकी मोहब्बत में हद से गुजर गये..!!
तेरे वादों की चाशनी में मैंने खुद को खोया
पर तूने दिल के सच्चे एहसास को धोखा दिया..!!!
अब खुद को समझा लिया है मैंने
तेरे बिना भी जीना है
ये सच को समझा लिया है मैंने..!!!
तेरे इश्क में जो जख्म मिले
उनकी कदर अब समझ में आयी
धोखे की इस दुनिया में तू बेवफा छा गयी..!!!
धोखेबाज शायरी Gf
जहन में जख्मो को
अपनो ने कुछ यूं बसाये है
जो कोई मरहम लगाये तो
आंखों ने अश्क बहाये है.!!
अपने जज्बातो को खुद में ही दबाये बैठे है
ये धोखेबाज दुनिया बहुत ही जालिम है
इन आंसुओं को अपने ही दामन में छुपाये बैठे है.!!
जाल-ए-अल्फ़ाज़ तुम्हारा मैं समझ ना पाया
तुम मेरे चांद थे और मैं यकीनन एक सितारा.!!
रिश्तों को वक़्त और हालात बदल देते है
अब तेरा ज़िक्र होने पर
हम बात बदल देते है !!
अब हमें तुम्हारे जाने का कोई गम नही
क्योंकि अगर तुम्हे हमारी परवाह होती तो
तुम ऐसा करते ही नहीं !!
रुठुंगा अगर तुझसे तो इस कदर रुठुंगा की
ये तेरी आँखे मेरी एक झलक को तरसेंगी !!
Dhoka Shayari Hindi

दोस्ती का मेरी अच्छा सिला दिया उसने,
मुसीबत में मेरी मुझे भुला दिया उसने !
काम आए ना मुश्किल में कोई यहां
मतलबी दोस्त हैं मतलबी यार हैं !
अक्सर ऐसा भी मोहब्बत में हुआ करता है
कि समझ-बूझ के खा जाता है धोका कोई
जो उन मासूम आँखों ने दिए थे
वो धोके आज तक मैं खा रहा हूँ
देखा है जिदंगी में हमने ये आज़मा के
देते है यार धोख़ा दिल के करीब ला के !
Dhoka Shayari In Hindi
झूठी दुनिया झूठा प्यार है बस
मतलब के लिए जीता यहां
हर इंसान है..!!
धोखे फरेब के इस दौर में वफा चाहता हूं
शीशी है जहर की और मैं दवा चाहता हूं..!!
दिलों में दिमाग रखते है,
आप तो सब से प्यार से मिलते है।
पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया !
वो धोके पे धोका दिए जाए लेकिन
ये दिल फिर भी उस की सिफ़ारिश करे है
Dhokebaaz Shayari
जिसे समझा था हमसफर अपना,
वही निकला सबसे बड़ा धोखेबाज़ अपना।
वक़्त की रेत पर रिश्ते लिखे थे,
पर उसने हर लफ़्ज़ को मिटा दिया सपना।
धोखेबाज़ी की हद तब होती है,
जब अपना ही गैरों से बदतर होता है।
हमने दिल से निभाया रिश्ता,
पर उसने हर दफ़ा हमें ही रुलाया।
वो मुस्कराते रहे हमारे दर्द पर,
और हम सोचते रहे कि प्यार है।
धोखेबाज़ों की यही अदा होती है,
चेहरे पे नकाब, दिल में खंजर लिए होते हैं।
हमने जिसे सब कुछ माना,
उसने ही हमें कुछ ना समझा।
धोखेबाज़ था वो इंसान,
जो हर कसम को मज़ाक समझा।
Dhokebaaz Shayari In Hindi
प्यार के नाम पर तमाशा किया,
धोखेबाज़ी से दिल को बर्बाद किया।
हमने तो सच्चाई को पूजा,
पर उसने हर बार झूठ का साथ दिया।
दोस्ती का नाम लिया और दिल तोड़ दिया,
हमें ही हर मोड़ पर छोड़ दिया।
जिसे भाई समझा, वो धोखेबाज़ निकला,
हर याद में अब वो दर्द बनकर निकला।
वक़्त पर जो साथ न दे,
वो दोस्त नहीं, एक धोखा है।
हमने निभाई हर वफ़ा,
उसने दी हर बात में सज़ा।
धोखेबाज़ दोस्त से अच्छा तो दुश्मन होता है,
कम से कम वो सामने वार तो करता है।
पर ये तो पीठ पीछे जहर घोलता है,
और दोस्ती की आड़ में खेल करता है।
जिसे हर दर्द में याद किया,
उसी ने हमें हर बार भुला दिया।
धोखेबाज़ दोस्त की यही पहचान है,
वो अपना बनकर दर्द का सामान है।
हमने साथ निभाया हर राह में,
वो बदल गया हर चाह में।
धोखेबाज़ था वो यार हमारा,
जिसने हर पल हमें हारा।
Dhokebaaz Shayari Hindi
धोखेबाज़ लोग मिलते हैं हर मोड़ पर,
चेहरा साफ, पर दिल में ज़हर।
हमने सच्चाई से निभाया था रिश्ता,
पर उन्होंने बस खेल समझा था रिश्ता।
चेहरे पे हँसी, दिल में फरेब,
धोखेबाज़ की यही होती है तरकीब।
हमने दिल दिया था सच समझकर,
वो हँस पड़ा हमें झूठा समझकर।
प्यार को उसने मज़ाक बना दिया,
धोखा देकर दिल जला दिया।
हमने समझा जिसे अपनी जान,
उसने ही किया सबसे बड़ा नुकसान।
धोखेबाज़ों की दुनिया अजीब होती है,
हर वादा झूठा और बात अधूरी होती है।
हमने जो समझा रिश्ता गहरा,
वो तो बस धोखे का पहरा।
Conclusion
Dhokebaaz Shayari highlights the intricate dynamics of betrayal, providing a voice to those who have felt the sting of deceit. This form of poetry captures the essence of heartbreak and disillusionment, making it relatable for many who navigate the complexities of love.
Through its expressive verses, this shayari not only conveys pain but also offers a sense of understanding and solidarity among individuals facing similar challenges. Engaging with these shayaris can be both therapeutic and enlightening, as they encourage reflection on personal experiences.